Tuesday, August 28, 2007

Hindi Version of dard

आसमान मे उड़ते परिंदों के आशियाँ और भी हैं ,
और धरती पर रेंगता एक मैं हूँ मैं हूँ ..

दुनिया भाग रही है जाने किसके लिए ,
और कहीँ पिछे रुका एक मैं हूँ मैं हूँ ..

जब जगती है दुनिया कुछ करने के लिए ,
किसी की यादो मे खोया एक मैं हूँ मैं हूँ ..

जिंदगी मे उमंग और भी है यूं तो ,
जीने के लिए आशा ढूँढता एक मैं हूँ मैं हूँ ..

इस जगमगाते शहर मे रास्ते और भी हैं ,
चोराहे पे खड़ा सबको देखता एक मैं हूँ मैं हूँ ..

हर किसी की चाहत की भविष्य अच्छा हो,
अपने वर्तमान को झोंकता एक मैं हूँ मैं हूँ ..

प्यार मे लोग हर बार कुछ खोते हैं ,
कुछ ज्यादा पाने की उम्मीद मे एक मैं हूँ मैं हूँ ..

यूं तो सब खुशियाँ ही ढूंढते हैं
उन खुशिओं मे एक दर्द खोजता मैं हूँ मैं हूँ ..

पुणे की सडको पे उड़ता है धुआं हर जगह ,
इस धुएँ मे प्यार ढूँढता एक मैं हूँ मैं हूँ ..

मस्ती मे गुजर दी जिंदगी अब तक ,
पल पल बदलता एक मैं हूँ मैं हूँ ..

नफरत हो गई इस भेद्भाद वाली जिंदगी से ,
अपने घर को याद करता एक मैं हूँ मैं हूँ ..

यूं तो सदा ही मुस्कुराने की आदत है ,
इस मुस्कराहट मे कई दर्द छुपाये ek मैं हूँ मैं हूँ..

खो गया हूँ यहाँ की चकाचोंध रौशनी मे ,
अपनी खोयी विरासत ढूँढता एक मैं हूँ मैं हूँ ..

प्यार मे धोखे खाती रही है यूं तो दुनिया
पठार -दिल से आस लगाये एक मैं हूँ मैं हूँ..

यूं तो थक गया हूँ दिन मे काम करके ,
रात मे भि चैन ढूँढता एक मैं हूँ मैं हूँ..

दर्द सुना दिया तो कहीँ वोह रो न पड़े ,
उसके आंसुओं को रोकता एक मैं हूँ मैं हूँ ..

दिल की बात कहने के लिए दोस्त चाहिए ,
दोस्तो की भीड़ मे भी अकेला एक मैं हूँ मैं हूँ ..

एक तनहा मैं हूँ हूँ

2 comments:

उन्मुक्त said...

अरे वाह, बढ़िया है। हिन्दी में और भी लिखिये।

Sourabh Girdhar said...

jaroor janab .. agala post urdu me hoga...